चिकने और गाढ़े काले रंग का फल गर्मी में जगह-जगह दिखाई देता है ,अधिकतर जामुन के पेड़ सड़क के किनारे लगे दिख जाते हैं । हमेशा हरा रहने वाले इस पेड़ के फल जितने लाभदायक हैं उतने ही इसके पत्ते भी उतने ही लाभदायी हैं ।
१. गले में खराश , गले का बैठना ,मुंह में छाले हों तो जामुन की पत्ती को गूलर के पत्ते के साथ उबाल कर छान लें और फिर इस पानी से गरारे करें ।
२. जामुन लीवर और मसूढ़ों को मजबूती देता है ,अगर मसूढ़ों में पानी लगता हो तो इसके पत्ते व छाल को जला कर रख बनाएं और फिर मसूढ़ों पर मलें राहत मिलेगी ।
३ .पेट की अपच और गैस से राहत पाने के लिए प्रतिदिन ४ से ६ जामुन का सेवन करें या जामुन का सिरका खाने के साथ खाएं।
४. जामुन की गुठलियों को साफ़ करें और धूप में सुखा कर चूर्ण बनाएं दिन में २ बार पानी के साथ लेने से शुगर में बेहद लाभ होता है ।
५. किडनी की पथरी में जामुन का रस पीने से लाभ मिलता हैं ।
६. जहरीला कीड़ा या जानवर काट ले तो इसके पत्तों को पानी के साथ पीस कर लेप बनाएं और लगायें ।
७. अफीम जैसे नशे को उतारने के लिए इसके १ ० पत्तों को पीस कर पिलाएं ।
८ .मूत्र रोगों के लिए भी जामुन बहुत लाभदायी है ।